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उष्ट्र आनुवंशिकी एवं प्रजनन

अनुसंधान कार्यक्रम

  • उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के लिए पारपंरिक और आण्विक उपायों द्वारा देशी ऊँटों में आनुवंशिक सुधार

अनुसंधान गतिविधियॉं

  • ऊँटों में आर्थिक रूप से महत्‍वपूर्ण लक्षणों हेतु मूल्यांकन एवं चिह्नकों द्वारा चयन जैसे तीव्र वृध्दि, शीघ्र परिपक्वता एवं अधिक दुग्ध उत्पादन के मूल्‍यांकन एवं चयन हेतु चिन्‍हकों का प्रयोग
  • भारतीय ऊँट के गुणात्मक एवं मात्रात्मक आनुवंशिक मानकों पर अध्ययन
  • देशी व दो कूब्बड़ वाले ऊँटों में आण्विक आनुवंशिक अध्ययन

» अनुसंधान उपलब्धियाँ

  • चयनात्मक प्रजनन द्वारा बीकानेरी, जैसलमेरी, कच्छी और मेवाड़ी नस्ल के उत्‍कृष्‍ट उष्ट्र झुण्ड विकसित किए गए है।
  • बीकानेरी, जैसलमेरी, कच्छी और मेवाड़ी नस्ल का निर्धारण उनके समलक्षणी प्रकटता, जीवमिति, शारीरिक भार, दूध एवं बाल उत्पादन के आधार पर किया गया हैं।
  • गर्भधारण दर, प्रथम ब्यांत पर आयु एवं ब्यांत अन्तराल के संबंध में फार्म के उष्ट्र झुण्ड की प्रजनन क्षमता में सुधार किया गया।
  • बीकानेरी नस्ल में बालों की औसत लम्बाई (6.27 से.मी.), व्यास (42.13माइक्रॉन) जैसलमेरी एवं कच्छी नस्ल की तुलना में अधिक है।
  • बीकानेरी ऊँटों में औसत बाल उत्पादन (806 ग्राम), जैसलमेरी (758 ग्राम) एवं कच्छी (645 ग्राम) नस्ल की तुलना में अधिक पाया गया।
  • केन्द्र के उष्ट्र समूह, वृध्दि, जनन, जीवमिति एवं स्वास्थ्य सम्बन्धी आंकड़ों की सूची विकसित की गई है एवं नियमित रूप से अद्यतन की जाती है।
  • ऊँट में गुणसूत्रों की संख्या 2 एन = 74 होती है जिनमें 25 जोडे उप अग्रबिन्‍दु, 5 उप मध्‍यकेन्‍द्री और 6 स्‍पष्‍ट अग्रबिन्‍दु थे
  • जैव रसायनिक बहुरूपता का अध्ययन रक्त/सीरम के नमूनों से 15 प्रणालियों जैसे हिमोग्लोबिल, एल्बुमिन विश्‍लेषण, ट्रांसफेरिन, एल्कालाइन, फास्सफोटेज एसिड एसिड फॉस्फोटेज, लेक्टेट डीहाइड्रोजनेज, मेलेट डीहाइड्रोजनेज, फास्फोहैक्सोज आइसोमरेज, ग्लूकोज-6 फास्फेट डीहाइड्रोजनेज, फास्फोग्लूकोम्यूटेज्, कार्बोनिक एनहाइड्रेज, सीरम एस्टरेज, हैक्सोकाइनेज तथा आइसोसिट्रेट में किया गया व इनमें नाम मात्र की बहुरूपता पाई गई।
  • दुग्ध प्रोटीन बहुरूपता में अल्फा.कैसिन, बीटा-कैसीन, गामा-कैसीन एवं बीटा-लैक्टोग्लोबुलिन से अध्ययन करने पर कोई भी बहुरूपता नहीं पाई गई।
  • उष्ट्र नस्लों में एवं एक ही नस्ल के ऊँटों में पीसीआर-आरएपीडी परीक्षणों से पर्याप्त आनुवंशिक भिन्नता प्रदर्शित हुई हैं। बीकानेरी नस्ल में अधिकतम आनुवंशिक भिन्नता पायी गई है एवं भारतीय नस्लों में गहरा आनुवंशिक सम्बन्ध पाया गया है।
  • तीन भारतीय नस्लों के बीच आनुवंशिक दूरी का अनुमान 15 बहुरूपी माइक्रोसैटेलाइट लॉकी पर ऐलील आवृत्ति विशेष सॉफ्टवेयर प्रयुक्त करते हुए लगाया गया। इस प्रकार लिए गए आंकड़ों से प्राप्त सामजस्य देशी नस्लों के बीच गहन जाति विकास संबंधी सम्बन्ध इंगित करते हैं।
  • अल्फा-लैक्टॉएल्बुमिन एवं बीटा-कैसीन प्रवर्तक अंश परिवर्धित एवं चरित्रित किए गए एवं सफलतापूर्वक क्लोन किए गए है।
  • ऊँटों में क्लोन किए गए अंशों का अनुक्रमण किया गया है। एनसीबीआई जीन बैंक में अनुवृध्दि संख्या एएम 259943 (1799बीपी) एवं एएम 259960 (812बीपी) सहित दो अनुक्रमण जमा करवाए गए हैं।
  • ऊँटों में दुग्‍धकाल 16 महीने का पाया गया है। औसत दुग्‍ध उत्‍पादन 7.2 लीटर आंका गया। एक दुग्‍धकाल के दौरान औसतन 3462 लीटर दुग्‍ध उत्‍पादन होता है। मेवाड़ी एवं कच्‍छी नस्‍लों में उत्‍पादन क्षमता अच्‍छी पाई गई।
  • ऊँटों के वजन एवं इसमें वृद्धि के लिए रिग्रेशन समीकरणें बनाई गई। ऊँटों में वजन के आकलन के लिए क्‍यूबीक रिग्रेशन समीकरण (73.592+9.9072x – 0.0631 x2 + 0.000128 x3) सबसे उपयुक्‍त पाई गई।